खजराना गणेश मंदिर, इंदौर: आस्था और चमत्कार का केंद्र

खजराना गणेश मंदिर, इंदौर: आस्था और चमत्कार का केंद्र इंदौर, अपने समृद्ध सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहरों के लिए प्रसिद्ध है, और जब बात आती है आस्था की, तो खजराना गणेश मंदिर का नाम सबसे पहले आता है। यह मंदिर न सिर्फ इंदौर के निवासियों के लिए, बल्कि देशभर से आने वाले भक्तों के लिए भी एक पवित्र स्थल है। यहां भगवान गणेश की महिमा और चमत्कारों की कहानियां हर किसी की जुबां पर हैं। खजराना गणेश मंदिर का इतिहास खजराना गणेश मंदिर का निर्माण 18वीं शताब्दी में हुआ था। इसे इंदौर की मराठा रानी अहिल्याबाई होल्कर ने मुगल शासनकाल के दौरान स्थापित किया था। कहा जाता है कि एक साधु को भगवान गणेश की प्रतिमा एक सपने में दिखाई दी थी, और उसी के आधार पर इस मंदिर की नींव रखी गई। तब से यह मंदिर आस्था का प्रतीक बन चुका है और गणेश भक्तों के लिए विशेष स्थान रखता है। मंदिर की वास्तुकला और मूर्ति खजराना गणेश मंदिर की वास्तुकला सरल लेकिन प्रभावी है। मंदिर के भीतर स्थित भगवान गणेश की मूर्ति बेहद भव्य है, जिसे देखने मात्र से ही भक्तों के मन में शांति और भक्ति का अनुभव होता है। प्रतिमा के साथ मंदिर की दीवारों पर भी सुंदर कला...